*दरगाह आला हजरत के फतवे के बाद डीजे ना बजाने का मुसलमान ने कर दिया ईद मिलादुन्नबी पर बड़ा ऐलान*

सहसंपादक - आसिफ अंसारी

 ईद मिलादुन्नबी का जश्न विश्व शांति दिवस के रूप में मनाएंगे  हिंदुस्तान का मुसलमान फरमान मियां  हिंदुस्तान की आवाम, से अपील


*दरगाह के फतवे को अहमियत दे सुन्नी मुसलमान* *जमाता राजा ए मुस्तफा महासचिव फरमान मियां *



इस बार ईद मिलादुन्नबी के मौके पर विश्व प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत से निकलने वाली अंजुमनों को खास सलाह दी गई है.  इस बार अंजुमनों में कमेटी के सदस्य डीजे का प्रयोग नहीं करेंगे। इस संबंध में दरगह आला हज़ारत की तरफ से प्रशासन से भी बात कर कहा गाय की डीजे के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने को कहा गया है और जो अंजुमन के सदस्य डीजे लाने पर अड़े हैं उन्हें सख्त हिदायत दी जा रही है, नहीं मानने पर पुलिस को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है.



बरेली में 28 और 29 तारीख को ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जुलूस निकाला जाता है जिसमें लोग खास तरह की पोशाकें पहनते हैं और दोस्त अपनी बाइक और गाड़ियों को सजाकर सड़क पर निकालते हैं और जुलूस की एक कमेटी में चलते हुए नजर आते हैं  डीजे की तेज आवाज के साथ.  लेकिन इस बार आला हजरत दरगाह की तरफ से  बड़ी पहल शुरू की है, दरगह से जुड़े  सगठन जमात राजा मुस्तफा के महा महासचिव फरमान मियां ने जानकारी देते हुए कहा है कि बरेली शहर नहीं बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के साथ उतर प्रदेश के अन्य जिलों में निकलने वाले जुलसो मोहम्मदी में डीजे नहीं लेकर जायगे खान ने कहा की , अब मुस्लिम समुदाय डीजे का विरोध कर रहे है .  बरेली में जुलूस में शामिल होने के लिए उन्होंने डीजे कैंसिल कर दिए हैं।  कमेटियों ने दिल्ली, हरियाणा, मेरठ, मुरादाबाद, नोएडा जैसे बड़े शहरों से डीजे बुक किए थे, लेकिन अब मुसलमान दरगाह आला हजरत के दरबार से जारी फतवे का पालन कर रहे हैं।

9दरगाह आला हजरत से जुड़ी संस्था जो 105 व जमात रजा-ए-मुस्तफा ने शराब की दुकानें बंद रखने की मांग की है.  महा सचिव फरमान मिया ने toi से कहा की  ईद मिलादुन्नबी 28 को मनाई जाएगी। देश विदेश के मुस्लिमनो से अपील की है की इस बार विश्वास शांति दिवस के रूप मे मान्या है उन्होंने सभी अंजुमनों से अपील की है कि जुलूसे मोहम्मदी शरीयत के दायरे में ही निकाला की अपील की है उन ने कहा की  गैर शरई गतिविधियों से दूर रहें और शांति का संदेश दें।  जुलूस में डीजे बिल्कुल न ले कर जाएं।  हमने शराबबंदी को लेकर शासन प्रशासन को ज्ञापन दिया है.  हमें उम्मीद है कि अधिकारी सरकार को हमारा ज्ञापन भेजकर शराब की दुकानें बंद कराने में सहयोग करेंगे.

ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुलूस को लेकर शुक्रवार को एडीजी पीसी मीना, आईजी डॉ. राकेश सिंह और एसएसपी घुले सुनील चंदभान, एसपी सिटी राहुल भाटी समेत अन्य अधिकारियों ने जुलूस के रूटों का दौरा किया।  मोहम्मदी। जुलूस कमेटी के पदाधिकारियों से जुलूस के बारे में जानकारी ली।  जुलूस कमेटी ने बताया कि 28 सितंबर को शांति का संदेश लेकर मुहम्मदी जुलूस निकालेंगे.

कुतुबखाना फ्लाईओवर का काम निर्माणाधीन है, इसलिए इस बार 28 तारीख को घंटाघर पर जुलूस का मंच तैयार हो जाएगा।  जहां से अंजुमने इंद्रा मार्केट होते हुए जिला अस्पताल, कुमार टॉकीज, कोतवाली, नॉवेल्टी चौराहा, दरगाह पहलवान साहब होते हुए इस्लामिया इंटर कॉलेज, खलील स्कूल होते हुए बिहारीपुर ढाल होते हुए दरगाह आला हजरत पहुंचेगी।  जुलूस की सरपरस्ती दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां और वरिष्ठ मुफ्ती अहसन मियां करेंगे।

मुस्लिम समुदाय के लोग बरेली शहर के अंदर अलग-अलग जगहों से खूबसूरत अंजुमन निकालेंगे, जिसमें करीब 250 अंजुमन होंगी और बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे.  ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने वाली अंजुमनों पर भी दरगाह की विशेष नजर है।  यहां डीजे को लेकर सख्ती है.  समितियों के साथ बैठक कर जुलूस में डीजे को शामिल नहीं करने की अपील करते हुए साथी पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया


इस बार अंजुमन कमेटियों ने मेरठ, नोएडा, दिल्ली, हरियाणा, बागपत, मुर्दाबाद जैसे तमाम बड़े शहरों से मशहूर डीजे बुक किए थे, जिसके लिए उन्होंने एडवांस भी दिया था, लेकिन दरगाह से जारी आदेश के बाद अब कमिटी के लोग  बुक किए गए डीजे को मना कर दिया।  इस मामले में बरेली पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है।  बारादरी इंस्पेक्टर हिमांशु निगम ने टाइम्स ऑफ इंडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि 28-29 को निकलने वाले जुलूस में डीजे पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है.  डीजे न लाने की सलाह दी जा रही है।  यदि कोई अंजुमन में डीजे लेकर आएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।  साथी डीजे जब्त कर लिया जाएगा।

28 और 29 को निकलने वाले जुलूस पर पुलिस की विशेष नजर है.  इस मामले में एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है कि अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई है और साथी पीएससी जवान भी जुलूस पर नजर रखेंगे.  फ्लाईओवर के निर्माण के चलते रूटों में बदलाव किया गया है लेकिन इस बार भी यही स्थिति रहेगी, लेकिन नए रूटों पर हमेशा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.  दोस्तों वर्दी में भी जवानों की तैनाती की गई है.

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