सम्पादक - अंकित सक्सेना (एडवोकेट)
फोटो हिन्दुस्तान टाइम्स टुडे संपादक अंकित सक्सेना
दिल्ली और उसके आसपास राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) सहित उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए । भूकंप के झटकों के कारण काफी देर तक धरती हिलती रही, जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से निकलकर बाहर खुले स्थान पर आ गए.दिल्ली-NCR सहित पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप के कारण काफी देर तक झटके लगते रहे. भूकंप की तीव्रता इतनी जोरदार थी कि घर और दफ्तरों से निकलकर लोग तुरंत ही सड़कों पर आ गए. बताया जा रहा है कि भूकंप का केद्र नेपाल में था.
बता दें कि भूकंप के झटके आधे घंटे के अंतर से दो बार महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि दिल्ली से उत्तराखंड पूरे उत्तर भारत में धरती कांप गई. उत्तराखंड के जिला ऊधम सिंह नगर में लोगों ने झटके महसूस किए. वही उत्तर प्रदेश के बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, शाहजहांपुर आदि जिलों में लोगों को भूकंप के झटकों की वजह से लोग घर से बाहर निकल आये।
नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक भूकंप के झटके दो बार आए. पहला झटका दोपहर 2.25 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4.46 थी. इसके करीब आधे घंटे बाद दोपहर 2.51 बजे भूकंप का एक और झटका आया, जिसकी तीव्रता 6.2 थी. भूकंप के इस झटके ने ही लोगों को अपने घरों से बाहर भागने के लिए मजबूर कर दिया.
क्यों आता है भूकंप
धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है. भूकंप तब आता है जब इन प्लेट्स एक दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं, प्लेट्स एक दूसरे से रगड़ खाती हैं, उससे अपार ऊर्जा निकलती है, और उस घर्षण या फ्रिक्शन से ऊपर की धरती डोलने लगती है, कई बार धरती फट तक जाती है, कई बार हफ्तों तो कई बार कई महीनों तक ये ऊर्जा रह-रहकर बाहर निकलती है और भूकंप आते रहते हैं, इन्हें आफ्टरशॉक कहते हैं.