रोडवेज बस के कंडक्टर ने की थी खुदकुशी बरेली डिपो की थी बस, परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताई - सुसाइड की वजह

 जिला संवाददाता- अनिकेत सिंह

बरेली में सरकारी बस के यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए बरेली डिपो के कंडक्टर ने मैनपुरी में ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के गांव नगला खुशाली निवासी मोहित यादव बरेली डिपो में बतौर बस कंडक्टर तैनात थे. इस बस कंडक्टर पर आरोप लगा था कि उसने 3 जून की रात दो यात्रियों को नमाज अदा करने के लिए बस रुकवाई थी. इसका वीडियो के वायरल होने के बाद मोहित की संविदा की नौकरी समाप्त कर दी गई थी.

 रोड़वेज बस कंडक्टर का फाइल फोटो-हिन्दुस्तान टाइम्स टुडे

परिजनों ने बरेली आरएम को बताया जिम्मेदार

नमाज के लिए बस रुकवाने के आरोप में निलंबित चल रहे कंडक्टर का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेजा था. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द किया गया जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. परिजनों ने बरेली आरएम दीपक चौधरी को मोहित की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. मृतक मैनपुरी के थाना घिरोर के नगला खुशाली का रहने वाला था.

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3जून को मोहित यादव रोडवेज बस को बरेली से दिल्ली के लिए ले जा रहे थे. बरेली से निकलते ही किसी कारण बस रोक दी गई. बस में सवार यात्रियों में से कुछ यात्रियों ने बस के आगे ही सड़क पर नमाज पढ़ी थी. जिसका वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए रोडवेज के अधिकारियों ने मोहित को निलंबित कर दिया था. 

परिजनों ने बताई वजह

मोहित के परिजनों की माने तो नौकरी जाने के बाद वह डिप्रेशन में चला गया था. मोहित के पिता राजेन्द्र सिंह ने बताया कि मोहित को एक वीडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड कर दिया था जिससे उनका बेटा तनाव में था. वहीं मोहित की पत्नी ने कहा पैसे की तंगी से परिवार की जरूरतें नहीं पूरी हो पा रही थीं. आमदनी बंद होने से फैमिली पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा. पीड़ित पत्नी ने ये भी कहा कि मेरे पति ने मानवता की कीमत चुकाई है।

सभी देशवासियों को डॉक्टर एम०खान०हॉस्पिटल की तरफ से रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं।



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