उत्तराखंड: किच्छा मदरसे के संचालक का कश्मीर कनेक्शन, 7 दिन में 5 मदरसे बंद, ‘काल कोठरी’ में बंद थे बच्चे,

संपादक - अंकित सक्सेना

      प्रशासन ने अवैध मदरसा किया गया ध्वस्त

देहरादून। उधम सिंह नगर जिले में पिछले तीन दिनों में तीन अवैध मदरसे प्रशासन ने या तो बंद करा दिए या फिर उन्हे ध्वस्त कर दिया। किच्छा पुलभट्टे पर बंद कराए गए अवैध मदरसे के संचालक इरशाद के बारे में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। उधम सिंह नगर के  एसएसपी मंजूनाथ टीसी के मुताबिक जब पुल भट्ठे के पास मदरसे की जांच की गई तो वहां से 22 बच्चियों को मुक्त करा कर उन्हें उनके अभिभावकों के सुपुर्द किया गया। यहां के हालात देख कर जांच की गई, मदरसा संचालन की कोई अनुमति नहीं थी और अंधेरी कोठरी में बच्चे बंद मिले, ये स्थान ऐसा था जहां सड़क पार होते ही यूपी की सीमा लग जाती है।

एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने छापा मारकर संचालिका खातून बेगम को हिरासत में लिया। उसका शौहर राशिद मोबाइल बंद कर फरार हो गया। जैसे ही उसने फोन खोला तो उसकी लोकेशन कश्मीर में पुंछ सेक्टर में मिली। आरोपी को विशेष पुलिस दस्ते ने हिरासत में लेकर पूछताछ की ,जिसके बाद जानकारी मिली कि राशिद देश भर में घूम-घूमकर मदरसे के लिए चंदा उगाही करता रहा है। पुलिस ने उसके चार बैंक खातों की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। राशिद का कोई कारोबार नहीं है फिर भी उसने आलीशान तीन मंजिला मकान बनाया हुआ है। पुलिस इसकी संपत्तियों की जांच कर रही है।


          मदरसे की संचालिका पुलिस हिरासत में

किच्छा में ही इस घटना से एक दिन पहले वार्ड 19 में भी एक अवैध मदरसा संचालित होते हुए मिला, जिसे पुलिस प्रशासन ने बंद करवा दिया और संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया।


उधर, टांडा मुस्लिम गुज्जर खत्ते में वन भूमि कब्जा कर मदरसा और मस्जिद बनाए जाने की शिकायत सुर्खियां बनते ही पुलिस और वन विभाग ने मदरसे को ध्वस्त कर दिया। ठाकुरद्वारा मुरादाबाद का रहने वाला सलीम मौलवी बनकर दीनी तालीम दे रहा था, पुलिस अब सलीम से पूछताछ कर रही है।

इसी हफ्ते नैनीताल के ज्योलीकोट में भी एक मदरसा अवैध रूप से संचालित होते हुए मिला। यहां बच्चो की हालत देख कर प्रशासनिक टीम भी हैरान थी। इन बच्चों को हल्द्वानी में एक मदरसे में शिफ्ट किया गया। बाद में उन्हें उनके माता-पिता के हवाले कर दिया गया।

देहरादून में कुछ दिन पहले एमडीडीए ने डालनवाला में एक विवादास्पद इमारत को सील किया, जिसमें बिना सरकारी अनुमति के लैंड यूज चेंज किए हुए मस्जिद-मदरसा संचालित किया जा रहा था।

जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में 200 से अधिक मदरसे ऐसे हैं, जो बिना किसी सरकारी अनुमति के चल रहे हैं। इन्हे फंडिंग कहां से हो रही है ? इसकी जांच शुरू हो रही है। इन मदरसों में बाहर से कौन लोग आते हैं. उनका क्या पिछला इतिहास है ? यहां किस प्रकार की तालीम दी जाती है? क्या ये सरकार की कब्जाई जमीन पर चल रहे हैं ? ये सारे सवाल जांच के विषय बन चुके हैं।

मुख्यमंत्री धामी का बयान

खुफिया जानकारी के बाद राज्य के गृह विभाग और शिक्षा विभाग ने सभी मदरसों की जांच करने के आदेश जारी किए हैं, हर जिले में जिला अधिकारी नोडल अधिकारी नियुंक्त करके इसकी रिपोर्ट देंगे। अवैध रूप से संचालित मदरसे बंद किए जाएंगे और इनके संचालकों के खिलाफ सख्त कानूनी कारवाई भी की जाएगी।



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