ब्यूरो चीफ - आमोद जॉन
बरेली। पांच दिनों से चल रही खतना प्रकरण की जांच में अब टीम अंतिम रिपोर्ट तैयार कर रही है। बच्चे को तुतने (टंग टाई) की समस्या है या नहीं, इस पर उठ रहे सवालों पर बतौर ईएनटी विशेषज्ञ सीएमओ ने जांच की। इसमें बच्चे को तुतने की समस्या मिली। चिकित्सकीय दस्तावेजों की जांच और दोनों पक्षों के बयान के आधार पर अब तैयार हो रही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों से मंथन के बाद शासन को भेज दी जाएगी।
फोटो - सोशल मीडिया (हिन्दुस्तान टाइम्स टुडे)तीन दिन पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को भेजी गई प्राथमिक जांच रिपोर्ट में टीम ने कहा था कि बच्चे को तुतने की समस्या है, ऐसा प्रतीत होता है। ईएनटी विशेषज्ञ से इसका परीक्षण कराए जाने की बात कही थी। सीएमओ डॉ. बलवीर सिंह ने बताया कि जांच टीम की संभावना पर बतौर ईएनटी विशेषज्ञ उन्होंने देखा तो बच्चे में तुतने की समस्या मिली। मगर, एम खान अस्पताल की डायग्नोसिस रिपोर्ट में तुतने के बजाय फाइमोसिस की समस्या दर्ज है। इसके इलाज के लिए सूक्ष्म शल्य क्रिया यानी खतना के लिए बच्चे के परिजन से 12 सौ रुपये फीस ली गई। वहीं, अस्पताल में तुतने के ऑपरेशन के छह हजार रुपये फीस होती है।
लिहाजा, जांच टीम अंतिम रिपोर्ट तैयार करते समय असमंजस की स्थिति में है। परिजन तुतने के इलाज की बात कह रहे हैं पर इसका लिखित प्रमाण उनके पास नहीं है। मेडिकल रिपोर्ट में फाइमोसिस के इलाज के चलते ऑपरेशन की बात लिखी है। सीएमओ के मुताबिक सभी पक्षों के बयान, दस्तावेज आदि की जांच के बाद अंतिम रिपोर्ट तैयार की जा रही है। बृहस्पतिवार को उच्चाधिकारियों से मंथन के बाद शासन को भेजेंगे।